अपने परिवारों के साथ रहना बहुत ही पसंद करते हैं और हम सबसे ज्यादा खुश अपने family के साथ ही रहते हैं पर कहीं ना कहीं अब हमारे भारत में western culture अपनाया जा रहा है
हम लोग marriage करने के बाद अपने माता पिता को छोड़कर उनसे दूर रहने लगते हैं जब एक माता-पिता को सबसे ज्यादा अपने बच्चे की जरूरत होती है उसी समय हम भगवान् समान माता पिता को छोड़ कर चले जाते हैं
पर हम हमेशा भूल जाते हैं कि वही मां-बाप जब आप बिल्कुल भी नहीं चल पाते थे तो उन्होंने आपकी उंगलियां पकड़ कर चलाना सिखाया है और अब उनको आपकी सबसे ज्यादा जरुरत है तो आप उन्हें बेसहारा छोड़ कर जा रहे हैं मैं उम्मीद करता हु आपको ये शायरी बहुत पसंद आएँगी
शायरी एक ऐसा जरिया है जिससे हम अपने हर तरह के व्यवहार , फीलिंग को बिना बोले लफ्जों में बयां करके गहराई तक लोगों को समझा सकते हैं
ना कोई रास्ता आसान चाहिए,
ना ही कोई सम्मान चाहिए,
एक ही चीज माँगते है रोज ऊपर वाले से,
परिवार के चेहरे पर
हर पल प्यारी से मुस्कान चाहिए..